आ गई गेहूं की नई किसम DBW 187,देती है 10 क्विन्टल ज्यादा उत्पादन

गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल के वैज्ञानिकों ने गेहूं की नई किस्म ‘ DBW-187 ‘ विकसित की है, जिसको ‘करण वंदना’ भी कहा जाता है गेहूं की इस नई किस्म की खास बात यह है के यह किस्म ‘ब्लास्ट’ बीमारी से भी लड़ने में सक्षम है और साथ-साथ इसका उत्पादन भी बाकि किस्मों के मुकाबले ज्यादा है।

जिस से किसानो को अधिक मुनाफा होगा और इसकी खेती में किसानों को पहले की कम मेहनत करने के जरूरत पड़ेगी।और कम कीटनाशक दवाइयों का इस्तेमाल करना पड़ेगा ।पिछले कुछ सालों में बांग्लादेश में गेहूं की फसल में ब्लास्ट रोग को पाया गया था और तभी से इस रोग से लड़ने के लिए उत्तर पूर्वी भारत की स्थितियों के अनुरूप गेहूं की इस किस्म को विकसित की गई है ।

गेहूं की ये किस्म को उत्तर-पूर्वी राज्यों जैसे पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम के लिए ज्यादा कामयाब है । इस किस्म की एक और खास बात यह है की इस किस्म का उत्पादन गेहूं की बाकि किस्मों के मुकाबले प्रति हेक्टेयर 10 क्विन्टल ज्यादा है । DBW 187 प्रति एकड़ लगभग 26 क्विन्टल जा उस से भी ज्यादा का उत्पादन करती है ।

इस किस्म की और खास बात यह है कि गेहूं की इस नई किस्म DBW 187 बहुत ज्यादा पौष्टिक है इस किस्म में प्रोटीन, जस्ता, लोहा और कई अन्य तरह की महत्वपूर्ण खनिज अधिक मात्रा में मौजूद हैं ।

यह किस्म जल्दी त्यार होने वाली किस्मों से एक है में DBW 187 बुवाई के बाद गेहूं की बालियां 77 दिनों में निकल आतीं है और 120 दिनों में यह पूरी तरह से तैयार हो जाती है । अभी इस किस्म की शुरुआत हुई है अगर आप इसका बीज खरीदना चाहते है तो इसके लिए आपको थोड़ा इंतज़ार करना पड़ेगा ।