नौकरी ना मिलने पर 14 एकड़ में शुरू की बागवानी, अब इस किसान के बाग का एप्पल बेर बना लोगों की पहली पसंद, हर साल कमा रहा लाखों

जींद के अहिरका निवासी सतबीर पुनिया की बीएससी पास करने के बाद भी जॉब नहीं मिली तो उन्होंने बागवानी शुरू कर दी। अब वह हर साल लाखों रुपए कमा रहा है। उन्होंने बागवानी में कई किस्म के फलदार पौधे लगाए हुए हैं। जिससे उनको फलों की अच्छी पैदावार हो रही है और दाम भी अच्छे मिल रहे हैं।

वह अब जिला बागवानी कार्यालय से जानकारी लेकर पौधों की संख्या बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा वह बहुफसली की खेती भी कर रहे हैं। वहीं सतबीर के एप्पल बेर आम बेरों से दो माह पहले ही मंडी में आ गए हैं। जिनका भाव अच्छा मिल रहा है वहीं उनका वजन भी 100 ग्राम से ज्यादा है।

सतबीर पुनिया बताते हैं कि उन्होंने एग्रीकल्चर में बीएससी की हुई है। शुरुआत में उनको खेती करने की कोई जानकारी नहीं थी। वह अपनी जमीन दूसरों को ठेके पर दे देते थे। फिर उसने खुद खेती करने की सोची। उन्होंने जिला बागवानी कार्यालय में बागवानी से संबंधित जानकारी हासिल की।

उसके बाद उन्होंने लगभग डेढ़ साल पहले पांच एकड़ में ताईवानी पिंकी अमरूद, पांच एकड़ में एप्पल बेर, दो एकड़ में आड़ू, दो एकड़ में नींबू लगाए। अब इन पौधों ने फल देना शुरू कर दिया। इससे पहले उन्होंने दो एकड़ में बहुफसली के तौर पर घीया लगाई। जिससे उसको लगभग दो लाख की आमदनी हुई वहीं, उन्होंने चार एकड़ में टमाटर के पौधे लगाए। जिससे उसको चार लाख का मुनाफा हुआ।

जिले में पहली बार लगा है एप्पल बेर का बाग

सतबीर बताते हैं कि उन्होंने पांच एकड़ में एप्पल बेर का बाग लगाया है जो जींद में पहली बार लगा है। फिलहाल बेर की पैदावार शुरू हो गई है। मंडी में बेर का भाव 50-60 रुपए किलोग्राम के हिसाब से मिल रहा है।

इस बेर की खासियत ये है कि ये आम बेरों से लगभग दो माह पहले पक जाता है और उनसे पहले मंडी में पहुंच जाता है। एप्पल बेर लोगों की पसंद भी बना हुआ है। वहीं इस बार ताईवानी पिंक अमरूद की पैदावार भी बढ़िया रही। एक अमरूद का वजन 500 से 700 ग्राम तक रहा।