इस किसान ने बताया ढाई एकड़ जमीन से 8 लाख कमाने का फार्मूला, आप भी जरूर सुनें

रानियां के किसान सुरेंद्र सिंह बाजवा के पास खुद के खेत नहीं है। वह लीज पर जमीन लेकर खेती करता है। लेकिन खेतों में सब्जियों की क्वालिटी में उसका कोई सानी नहीं है। उसके खेत में तैयार सब्जियों की पौध लेने के लिए पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र तक के किसान भी आते हैं। 10 एकड़ पारंपरिक खेती के जरिए जितनी सालाना आमदन अन्य किसान करते हुए उतनी कमाई किसान सुरेंद्र बाजवा सिर्फ ढाई एकड़ से कर लेता है।

रानियां में रहने वाले 60 वर्षीय किसान सुरेंद्र सिंह बाजवा ने बताया कि वह पंजाब के जालंधर जिले के गांव खोखर का रहने वाला है लेकिन पिछले 30 बरसों से सिरसा जिले के रानियां कस्बे में रह रहा है। बारहवीं कक्षा तक ही पढ़ाई की, उसके बाद वर्ष 1982 में पटियाला मार्केट कमेटी में बतौर ऑक्शन रिकॉर्डर नौकरी की।

पंजाब के नकौदर स्थित शूगर मिल में वर्ष 1993 तक केन सुपरवाइजर के तौर पर भी नौकरी की। खेती करने का भी शौक था लेकिन मुश्किल यह थी कि खुद की कृषि भूमि न होने से खेती नहीं कर पा रहा था। फिर भी उसी साल से लीज पर कृषि भूमि लेकर खेती करने लगा तो अच्छा मुनाफा हुआ तो सरकारी नौकरी छोड़ खुद काे पूरी तरह से खेती के प्रति समर्पित कर दिया।

आसपास के किसान लेने आते हैं ट्रेनिंग

किसान सुरेंद्र बाजवा अच्छी किस्मों के बीज से सब्जियों की पौध तैयार करके किसानों को देते हैं। उसके खेत में प्याज, टमाटर, मिर्च, गोभी, शिमला मिर्च और बैंगन की अनेक किस्मों की पौध अन्य किसान लेने आते हैं। इसके अलावा आसपास के किसानों को बीजोत्पादन और सब्जियों की पौध तैयार करने की ट्रेनिंग भी देता है।