किसान ट्रेक्टर चलाने से पहले करलें ये काम, नहीं तो कट सकता है 50,000 का चालान

जैसे के आपको पता ही है के न्यू मोटर व्हीकल एक्ट आने के बाद से देशभर में चालान की जुरमाना राशि के साथ साथ बहुत सारे ट्रैफिक नियम भी बदल गए है । इसी वजह से लोगों के बड़े बड़े चालान कट रहे है ज्यादतर किसान ट्रेक्टर चलते वक़्त ट्रेक्टर के दस्तावेजों पर ध्यान नहीं देते लेकिन अब अगर आप पकडे गए और आपके पास जरूरी दस्तावेज न हुए तो आपको 50 हज़ार का जुरमाना और जेल भी हो सकती है। ऐसे में आपको भी पता होना चाहिए कि नया मोटर एक्ट आने से क्या-क्या बदल गया है । आज हम इसके बारे में सारी जानकारी देंगे।

अब से ट्रेक्टर माना जायेगा भारी वाहन (Heavy Vehicle )

दोस्तों पहले जैसे ट्रक,टेम्पो,छोटा हाथी,बस आदि ही भारी वाहन की श्रेणी में आते थे लेकिन अब से ध्यान रहे कि ट्रैक्टर या ट्राली को भी नए मोटर एक्ट के तहत भारी वाहन माना गया है और इसलिए इस पर भी भारी वाहन के सभी नियम लागू होंगे। इस लिए किसान भाई अगर ट्रैक्टर- ट्राली का प्रयोग कर रहें हैं और खास तोर पर शहर जा रहे है तो आपके ये दास्तावेज होने ही चाहिए चाहिए।

ट्रेक्टर चलाने के लिए जरूरी दस्तावेज

भारी वाहन का लाइसेंस- अबसे ट्रैक्टर-ट्राली को चलाने के लिए आपके पास भारी वाहन का लाइसेंस होना जरूरी है। ऐसा न होने कि स्थिति में ट्रेक्टर ट्राली चलाने वाले पर भारी जुर्माना या आपको जेल हो सकती है । अगर आपके पास लइसेंस नहीं है और आपके द्वारा ट्रैक्टर या ट्राली चलाते वक़्त एक्सीडेंट से किसी मृत्यु हो जाती है तो जमानत नहीं मिलेगी।

फिटनेस सर्टिफिकेट- अबसे ट्रक,बस की तरह ट्रैक्टर या ट्राली के लिए बीमा और फिटनेस सर्टिफिकेट(Fitness Certificate) होना जरूरी हो गया है। आपको हर साल फिटनेस सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ेगी आपकी गाड़ी सही कंडीशन में ना होने पर आपको यह सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा जिस से आपका चालान कट सकता है।

कमर्शियल प्रयोग – अबसे अगर आप अपने ट्रेक्टर ट्राली का प्रयोग कमर्शियल कामों जैसे किरये पर मॉल ढोना,कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम आदि के लिए करते है तो भी आपका चालान कट सकता है । इसी तरह से ट्रैक्टर-ट्राली पर सवारी ढोना भी मना है।