आ गई गेहूं की नई किसम WH 1184, इतने क्विंटल देती है उत्पादन

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय कृषि अधिकारी कार्यशाला में दूसरे दिन दाल व चारा वाली फसलों, तिलहनी फसलों बरनि कृषि एव कृषि वानिकी और रबी-खरीफ फसलों कि समग्र सिफारिशों के बारे में चर्चा की गई।

गेहू की WH 1184 किस्म की सिफारिश समय की बिजाई, अधिक उपजाऊ और सिंचित दशा के लिए वर्ष 2019 के लिए की गई है। इस किस्म की औसत पैदावार 24.5 क्विंटल प्रति एकड़ और अधिकतम उपज 28.1 क्विंटल प्रति एकड़ है।

कार्यशाला के समाप्त होने पर डा. सहरावत ने खा की किसानों को ऐसी कृषि प्रौद्योगिकी व् कृषि के विविधीकरण की आवश्यकता है। ये बौनी किस्म (99 सेंटीमीटर) 144 दिन में पककर तैयार हो जाती है। ये किस्म पीला और भूरा रतुआ के लिए अवरोधी है और इस किस्म में प्रोटीन की मात्रा 13 प्रतिशत है।

गेहूं की इस इस किस्म की खेती से किसान भाइ अच्छा उत्पादन ले सकते हैं और काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, गेहूं में मिश्रित खरपतवारों की रोकथाम के लिए अवकिरा का 60 ग्राम प्रति एकड़ को दो लीटर प्रति एकड़, पेंडीमेथालिन 30 प्रतिशत ईसी के साथ 200 लीटर पानी में मिलाकर 3 दिन के अंदर छिड़काव करें।