जो किसान भाई मक्के की खेती करते हैं उन्हें हमेशा ज्यादा उत्पादन वाली मक्के की किस्म की तलाश रहती है। लेकिन किसान भाइयों आज हम ज्यादा उत्पादन वाली मक्की की किस्मों की सच्चाई बताने वाले हैं। दरअसल लुधियाना में सुखजीत सिंह नाम का एक किसान काफी समय से मकई की खेती कर रहा है।
इस किसान का कहना है कि जब किसी मक्की की फसल पे ज्यादा उत्पादन होता है तो उसे असल में फेक यानि कि नकली किस्म कहा जाता है। क्योकि ज्यादा उत्पादन तभी होता है जब पौधे को पोलन नहीं मिलता या उसका पोलन सूख जाता है। दाने बनाने के लिए पोलन काफी जरूरी है।
यानि कि जितना ज्यादा पौधा मक्के से भरा होगा उसमें दाने की मात्रा उतनी ही कम होगी। जो भी किसान ज्यादा भरे हुए पौधे वाला मक्का लगते हैं उने अक्सर नुकसान झेलना पड़ता है। ऐसी किस्मों का कोई फायदा नहीं होता सिर्फ देखने को ही पौधा ज्यादा भरा हुआ लगता है। सुखजीत सिंह का कहना है कि वो खुद मक्के का बीज तैयार करते हैं और हाइब्रिड किस्मों की बिजाई करते हैं।
बीज तैयार करके वो काफी किसानों को बेचते भी हैं और खुद भी मक्के की खेती कर रहे हैं। उन्होंने ये भी बताया कि जब किसान किसी प्राइवेट कंपनी से बीज खरीदते हैं तो वो करीब 450 रुपए किलो के हिसाब से मिलता है। लेकिन अगर किसान भाई खुद बीज तैयार करें तो ये सिर्फ 40 रुपए प्रति किलो के हिसाब से तैयार हो जाता है।
क्योकि अगर किसान भाई दूसरे किसानों से बीज खरीदेंगे या फिर खुद तैयार करेंगे तो काफी पैसे की बचत होगी और बीज भी शुद्ध होगा। साथ ही सुखजीत जी ने बताया कि बीज तैयार करने से पहले किसान ट्रेनिंग जरूर लें, क्योकि बिना ट्रेनिंग के किसानों को नुकसान हो सकता है। इसीलिए किसान भाई सावधान रहें और किसी की बातों में आकर ऐसी कोई भी ज्यादा उत्पादन वाली किस्म की बिजाई न करें जिससे बाद में नुकसान हो।