मौसम विभाग द्वारा किसानों को एक बड़ी खुशखबरी दी गयी है। दरअसल मॉनसून के मेहरबान रहने से इस साल भारत गेहूं, धान और चना समेत कई खाद्य पदार्थों के कुल उत्पादन में फिर नया रिकॉर्ड बना सकता है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले मॉनसून सीजन के दौरान औसत से 10 फीसदी अधिक बारिश होने से खरीफ समेत रबी फसलों की बंपर पैदावार होने की उम्मीद है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के एक अनुमान के अनुसार इस साल भारत में करीब 29.19 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन की उम्मीद है, जोकि पिछले साल के मुकाबले करीब 67.4 लाख टन ज्यादा है। धान की बात करें तो इस बार धान रिकॉर्ड 11.74 करोड़ टन उत्पादन होने की उम्मीद है, जोकि पिछले साल की तुलना में 96.7 लाख टन ज्यादा होगा।
इसी तरह गेहूं का उत्पादन इस साल 10.62 करोड़ टन होने का अनुमान है जो पिछले साल से करीब 26.1 लाख टन ज्यादा होगा। वहीं तुअर की बात करें तो इसका उत्पादन भी पिछले साल के मुकाबले इस साल अधिक है। आंकड़ों के अनुसार तुअर का उत्पादन इस साल 36.9 लाख टन होने की उम्मीद है, जबकि पिछले साल देश में तुअर का उत्पादन 33.2 लाख टन हुआ था। सोयाबीन का उत्पादन भी इस साल बढ़ने की उम्मीद है।
सोयाबीन इस साल 136.28 लाख टन होने का अनुमान है जो पिछले साल से करीब 3.60 लाख टन ज्यादा होगा। सरसों की बात करें तो इस साल के उत्पादन में कमी देखने को मिल सकती है। इस बार सरसों का 91.13 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है, जोकि पिछले साल के 92.56 लाख टन से कम है। वहीं कपास के उत्पादन में इस बार भारी उछाल की उम्मीद लगाई जा रही है।
अनुमान है कि इस साल कपास का उत्पादन 348.91 लाख गांठ (एक गांठ में 170 किलो) हो सकता है। जबकि पिछले साल कपास का उत्पादन 280.42 लाख गांठ था। हलाकि गन्ने के उत्पादन में इस बार कमी देखने को मिल सकती है। पिछले साल गन्ने का 40.54 करोड़ टन उत्पादन हुआ था जो कि इस बार सिर्फ 35.38 करोड़ टन होने का अनुमान है।