किसान परंपरागत फसलें जैसे धान-गेहूं में बढ़ती लागत और कम आमदनी के चलते किसान ऐसी फसलें उगना चाहते है जिन्हें एक बार लगाने पर कई साल तक आमदनी हो। सहजन ऐसी ही फसलें हैं। इस फसल को एक बार लगाने पर 6-7 साल तक आमदनी मिलती रहती है।
अगर आप भी 1 एकड़ जमीन के मालिक है तो फिर आपको नौकरी तलाशने की जरूरत नहीं आप सहजन की खेती से अच्छी खासी इनकम कर सकते हैं। इतनी जमीन में आप सहजन की खेती कर 6 लाख रुपए सालाना तक कमा सकते हैं। यह ऐसी खेती है जिसमे पानी की बहुत जरूरत नहीं होती और रखरखाव भी कम करना पड़ता है।
सहजन का करीब करीब हर हिस्सा खाने लायक होता है। इसकी पत्तियों को भी आप सलाद के तौर पर खा सकते हैं। सहजन के पत्ते, फूल और फल सभी काफी पोषक होते हैं। इसमें औषधीय गुण भी होते हैं। इसके बीज से तेल भी निकलता है।
सहजन जिसे अंग्रेजी भाषा में ड्रमस्टिक कहा जाता हैं। यह एक औषधीय पौधा होता है। इसका वैज्ञानिकों की भाषा में मोरिंगा ओलीफेरा नाम रखा गया है। हलाकि अलग – अलग क्षेत्रों में इसे अलग – अलग नाम से भी जाना जाता है।
सहजन आयुर्वेदिक पौधा है जिसकी पत्तियां और फलियों के साथ बीज की भी काफी मांग रहती है। सहजन की खेती अभी तक पंजाब,आंध्रप्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में होती थी, लेकिन देश में आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल बढ़ने के साथ सरकार कई योजनाओं के जरिए इन्हें यूपी, झारखंड जैसे राज्यों में भी बढावा दिया जा रहा है।
अगर आप सहजन में फलियों के लिए खेती कर रहे हैं तो समय का ध्यान रखें। नवबंर में फल आ जाएं तो अच्छे रेट मिलने की संभवना होती है। बाकी सहजन की पत्तियां तो साल के किसी भी महीने में तोड़कर आप बेच सकते हैं।
सहजन की फसल के साथ ही आप जमीन के नीचे अरबी, हल्दी और अदरक की खेती हो सकती है। इसमें कोई फसल 4 महीने में तो मुनाफा देगी तो कई और कई वर्षों तक उत्पादन देगी। सेहत के प्रति जागरुकता ने जड़ी-बूटी की खेती के मार्केट को बड़ा कर दिया है।
सहजन की खेती में एक एकड़ में औसतन 60-70 हजार रुपए की लागत आती है। जिसके बाद हर 2-3 महीने पर कटाई कर सकते हैं। शुरु की दो कटाई में पत्तियां कम निकलती हैं, लेकिन उसके बाद उत्पादन बढ़ता जाता है। इस तरह दूसरे साल में प्रति एकड़ 10 टन तक माल सूखी पत्तियां निकल सकती हैं। जिससे साल में 1 लाख से लेकर 2.5 लाख तक की आमदनी हो सकती है।