इस फसल का एक पौधा लगाने पर सरकार देती है 120 रुपए, प्रति एकड़ होगी 3.5 लाख की कमाई

बहुत से किसान परंपरागत खेती को छोड़कर कोई ऐसी खेती करना चाहते हैं जिसमें उन्हें ज्यादा फायदा हो। इसी लिए आज हम आपको ऐसी ही एक खेती के बारे में जानकारी देने वाले है। किसान भाइयों हम बात कर रहे हैं बांस की खेती के बारे में। आपको बता दें कि भारत सरकार फिर से बांस की खेती को बढ़ावा देना चाहती है और इसके लिए सरकार ने राष्ट्रीय बैंबू मिशन भी शुरू किया है। सरकार द्वारा बांस की खेती करने पर 120 रुपए प्रति पौधे की सब्सिडी भी दी जाएगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले महीने ‘मन की बात’ में बांस की खेती की चर्चा की गयी थी। भारत में बांस की सबसे ज्यादा खेती नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में की जाती है और यहाँ पर बांस से कई तरह के प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने बांस से बने वॉटर बोतल और टिफिन बॉक्स की काफी सरहाना की थी और किसानों से इसकी खेती करने को कहा था। इस खेती में थोड़ा समय जरूर लगता है लेकिन मुनाफा भी उतना ही अच्छा होता है।

आपको बता दें कि बांस की कई किस्में होती हैं। बांस की कुल 136 प्रजातियां हैं। इसलिए सबसे पहले आपको ये तय करना होगा है कि आप किस काम के लिए इसका उपयोग करेंगे उसके बाद ही आप किस्म सिलेक्ट करें। बांस के पेड़ को तैयार होने में 3 से 4 साल का समय लगता है और चौथे साल से बांस की कटाई की जा सकती है। पौधों को 3 से 4 मीटर की दूरी पर लगाया जाता है। यानि किसान बीच की जगह में कोई और खेती भी कर सकते हैं।

सबसे खास बात ये है कि बांस की खेती में किसानों को सरकार से अच्छी-खासी मदद मिलेगी। लागत की बात करें तो इसमें 3 साल में औसत लागत करीब 240 रुपए प्रति पेड़ आती है। जिसमें से 120 रुपए आपको सरकार देगी। नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों को छोड़ कर दूसरे सभी इलाकों में बांस की खेती में 50 फीसदी रकम किसान लगाएगा और 50 फीसदी सरकार लगाएगी। वहीं, नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में किसान 40 फीसदी खर्च उठाएगा और सरकार 60 फीसदी सब्सिडी देगी।

कमाई की बात करें तो बांस की खेती में कमाई आपके पौधों और जगह पर निर्भर होती है। किसान अपनी जरूरत और किस्म के हिसाब से प्रति हेक्टेयर करीब 1500 से 2500 बांस के पौधे लगा सकते हैं। एक हेक्टेयर में बांस की खेती से किसान 4 साल के बाद करीब 3 से 3.5 लाख रुपए सालाना कमा सकता है। बांस की कटाई के बाद हर साल इसके रिप्लान्टेशन की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि बांस का पौधा करीब 40 साल तक पनपता रहता है। इस लिहाज से बांस की खेती में काफी अच्छा मुनाफा है।