लोकसभा में पिछले दिनों पारित होने के बाद कृषि से जुड़े दो विधेयक रविवार को राज्यसभा से भी पारित हो गए। ध्वनि मत के जरिए करवाई गई वोटिंग से पहले सदन में विपक्षी दलों ने भारी हंगामा किया और इन बिलों का जमकर विरोध किया।
इसी बीच, राज्यसभा में विपक्ष के सवालों का जब केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जवाब दे रहे थे तो अभूतपूर्व हंगामा हुआ। माइक तोड़ा गया और कागज फाड़े गए। मतविभाजन की मांग और सदन की कार्यवाही टालने की मांग नही मानने पर विपक्ष के सांसदों ने किया हंगामा।
सिर्फ राज्य सभा ही नहीं बिल पास होने के बाद भारत में सभी जगह पर प्रदर्शन शुरू हो गए । किसान इस बिल से बहुत निराश नज़र आ रहे है खास करके पंजाब और हरयाणा के किसान क्योंकि किसानो का मानना है के ये बिल पास होने के बाद मंडी के बिना उनको समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा और छोटे किसानो को प्राइवेट कंपनी को फसल बेचने में बहुत मुश्किल होगी ।
किसानो के विरोध अभी और भी तेज होने की संभावना है । किसानो के तेवर देखते हुए एक बार फिर प्रधान मंत्री नरिंदर मोदी ने किसानो को एक बार फिर से बिल के बारे में msp का भरोसा दिया प्रधान मंत्री ने कहा
“MSP की व्यवस्था जारी रहेगी, मैं पहले भी कहा चुका हूं और एक बार फिर कहता हूं। MSP की व्यवस्था जारी रहेगी, सरकारी खरीद जारी रहेगी।हम यहां अपने किसानों की सेवा के लिए हैं। हम अन्नदाताओं की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे और उनकी आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करेंगे।”
पंजाब में किसानो का विरोध सबसे ज्यादा हो रहे है इस लिए मोदी ने पंजाब के किसानो को समझने के लिए पंजाबी भाषा में ट्वीट कर भरोसा दिया है ।इतने भरोसा दिलाने के बाद भी ज्यादातर किसान उनकी बात का विश्वास नहीं कर रहे और आने वाले समय में किसान सड़के और रेल जाम कर अपना विरोध करेंगे ।