जानें कैसे इस किसान ने एक सीज़न में पराली से ही कमा लिए 2 करोड़ रूपये

हर साल धान की कटाई के दिनों में किसानों और वातावरण के लिए सबसे बड़ी मुसीबत होती है पराली। क्योकि छोटे किसान पराली का खेत में ही हल करने के लिए महंगे खेती यंत्र नहीं खरीद सकते जिसके चलते उन्हें पराली को आग ही लगानी पड़ती है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे प्रगतिशील किसान के बारे में जानकारी देंगे जो पराली का सही तरीके से इस्तेमाल कर अपनी आमदनी को कई गुना तक बढ़ा रहा है।

हरियाणा के कैथल जिले में एक किसान वीरेंद्र यादव ने पराली प्रबंधन को कारोबार का रूप दे दिया है। इस किसान ने सिर्फ एक साल पराली से 2 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है। इस सीज़न में वीरेंद्र सिर्फ दो महीने 50 लाख रुपये कमाए हैं और साथ ही 200 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। आपको बता दें कि आस्ट्रेलिया जा बसे इस युवा ने जब भारत लौटकर खेती शुरू की, तो पराली की समस्या सामने आई।

लेकिन पराली को जलाने की जगह इस किसान ने एक ऐसा समाधान खोजा कि क्षेत्र के किसानों के लिए मिसाल बन गए। इस किसान का कहना है कि उनकी दोनों बेटियों को प्रदूषण के कारण एलर्जी हो गई थी। तभी उन्होंने इसका कोई हल सोचना शुरू किया। इस दौरान जब पता चला कि पराली को बेचा जा सकता है, तो इसमें जुट गये।

उन्होंने अपने इलाके के एग्रो एनर्जी प्लांट और पेपर मिल से संपर्क किया तो वहां से उन्हें पराली का समूचित मूल्य मिला। फिर उन्होंने अपने खेतों के साथ साथ और कई किसानों से भी पराली खरीदकर बेचने का काम शुरू किया। इसमें सबसे जरूरी था कि पराली को दबाकर इसके सघन गट्ठे बनाने वाले उपकरण का इंतजाम, ताकि परिवहन आसान हो जाए।

फिर उन्होंने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग से 50 प्रतिशत सब्सिडी पर तीन स्ट्रा बेलर खरीदे। वीरेंद्र बताते हैं कि दो माह के धान के सीजन में उन्होंने तीन हजार एकड़ से 70 हजार क्विंटल पराली के गट्ठे बनाए। और इन्हे 135 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से 50 हजार क्विंटल पराली एग्रो एनर्जी प्लांट में बेची। 10 हजार क्विंटल पराली सैंसन पेपर मिल और 10 हजार क्विंटल पराली के लिए इसी पेपर मिल से दिसंबर और जनवरी में भेजने का करार हो चुका है।

इस पराली से उन्होंने इस सीज़न में अब तक 94 लाख 50 हजार रुपये का कारोबार किया है। खर्च निकालकर इसमें उनका शुद्ध मुनाफा 50 लाख रुपये बनता है और अभी जनवरी तक ये और भी कमाई करेंगे। इस किसान ने बताया कि उनका सारा निवेश एक सीजन में ही उन्हें वापस मिल गया था।