किसानो के लिए एक ख़ुशी की खबर आ रही है बहुत जल्द दूध के दाम बढ़ सकते है । लगातार बढ़ रही महंगाई के कारण अब किसान भी दूध की कीमतें बढ़ने की त्यारी कर रहें है। जैसे के हम पेट्रोल और डीजल की कीमते लगातार बढ़ रही है जिसके कारण दूध के ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ गया है। एक भैंस की कीमत एक से डेढ़ लाख पड़ती है । इसके अलावा पशुओं के लिए चारा भी महंगा हो गया है।
दुग्ध उत्पादक संघ की एक अहम बैठक के बाद ऐसी संभावना जताई जा रही है कि दूध की कीमत 12 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकती है। एक मार्च से दूध बढ़ी हुई कीमत पर उपलब्ध होगा जिसमें एक मार्च से दूध की कीमत 55 रुपये प्रति लीटर करने का फैसला लिया गया है ।
बेशक आम लोगों को यह बात सुनकर बुरा लगे लेकिन दूध की कम कीमत के कारण दूध उत्पादकों को लगातार नुकसान हो रहा है जिसके कारण बहुत से लोग दूध उत्पादन का धंधा बंद कर रहे है । दूध उत्पादकों का कहना है कि अगर दूध की कीमतें नहीं बढ़ाई गईं तो वे लोग हड़ताल कर देंगे और दूध की सप्लाई रोक देंगे।
दूध उत्पादकों का कहना है कि उनका कहना है कि कोरोना काल में पहले भी उनलोगों ने दूध की कीमतें बढ़ाने की मांग की थी। लेकिन जिले के वेंडर्स के साथ कोई एग्रीमेंट नहीं हो पाया। बाद में दूध की कीमत 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने को लेकर बात हुई थी, लेकिन कोविड संकट को देखते हुए ऐसा संभव नहीं हो पाया।
डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के रतलाम दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष हीरालाल चौधरी का कहना है कि मंगलवार को 25 गांवों के पशुपालकों की मीटिंग हुई है। हमारी मांग है कि दूध की कीमतें बढ़ाई जाए।