इस तरीके से हर किसान बचा सकता है हर महीने 45 लीटर डीज़ल

आजकल किसान आधूनिक तौर तरीकों से कृषि करने लगे हैं। ज्यादातर कृषि यंत्र डीजल से चलने वाले होते हैं। जैसे ट्रैक्टर, कंबाइन मशीन, डीजल इंजन आदि। इनका किसान कृषि योग्य कार्यों में ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, लेकिन सही जानकारी के अभाव में हर साल किसान अतिरिक्त डीजल की खपत कर देते हैं। जिससे उनको आर्थिक नुकसान के अलावा पर्यावरण को भी हानि पहुंचती है।

थोड़ी सी सावधानी से किसान हर साल होने वाले खनिज तेल के फालतू खर्च को बहुत कम कर सकते है। ट्रैक्ट्रर/डीज़ल ईंजन मैकेनिक जगदीश पांचाल का कहना है कि तेल की टंकी व तेल नाली के बीच कहीं जोड़ लगा हुआ है और वहां से प्रति सेंकेेंड एक बूंदी तेल टपक रहा है। तो करीब एक माह में अनुमान के तौर पर 45 से 50 लीटर खनिज तेल व्यर्थ में बर्बाद हो जाता है। लेकिन अक्सर किसान इस तरफ ध्यान नहीं देते। समय रहते तेल नाली या जोड़ पर लगे वॉसर को बदलवाने से तेल की खपत कम की जा सकती है

ज्यादा काला धुआं निकलने से तेल की खपत बढ़ती है

लगातार इंजन से काला धुआं निकल रहा हो तो तुरंत इंजेक्टर/इंजेक्शन पंप की जांच करवानी चाहिए। ज्यादा काला धुआं निकलने के चलते खनिज तेल की खपत बढ़ रही है। हालांकि, छोटे इंजन को प्रयोग करने के 150 से 180 घंटे व ट्रैक्ट्रर को 600 से 650 घंटे प्रयोग करने के बाद इंजेक्टर की नियमित जांच करवाने से तेल की खपत नहीं बढ़ती। कई बार इंजेक्टर में कोई कचरा आने से रूक जाता है। जिससे इंजन पर लोड पड़ता है और तेल की खपत बढ़ जाती है। हालांकि, यह जांच सरल व बहुत कम खर्च पर होती है।

तेल बचाने के लिए बरतें ये तरीके

  • इंजन स्टार्ट करने के एकदम बाद काम लेना शुरू न करें। जब तापमान थोड़ा बढ़ना शुरू हो तभी काम लेना चाहिए। ठंडे इंजन में पुर्जों की घिसावट ज्यादा होती है और तेल की खपत बढ़ जाती है।
  • काम करते समय इंजन की गति नहीं बढ़ रही हो तो पिस्टन, रिंग के पुर्जे कमजोर हो जाते हैं और इंजन में तेल की खपत जाती है। इनकी रिपेयर करवाने की जरूरत है।
  • जब आवश्यकता हो तभी इंजन को स्टार्ट रखें। प्रति घंटा ईंजन में करीब एक लीटर तेल का खर्च आता है। सेल्फ स्टार्टर, बैटरी को ठीक हालत में रखें। ताकि जरूरत पड़ने पर इंजन को तत्काल स्टार्ट किया जा सके ।
  • काम के बोझ को देखते हुए ट्रैक्टर के सही गियर का चुनाव करें।
  • घिसे हुए टायरों को बदलवाने से भी तेल की खपत कम की जा सकती है।
  • उच्च गुणवत्ता का मल्टीग्रेड मोबिल ऑयल प्रयोग करना चाहिए।

किसान इन बातों का ध्यान रख के आप महीने में करीब 45 से 50 लीटर डीज़ल की बचत कर सकते हैं।