जानें गेहूं बुआई का इसराइली तरीका, सिर्फ 2 किलो गेहूं से मिलता है 40 क्विंटल का उत्पादन

आज के समय में देश के किसान खेती के परंपरागत तरीके छोड़ काफी नए नए तरीके अपना रहे हैं इन्ही में से एक है इसराइली तरीका। इसराइली कृषि तकनीक से किसान फसल की औसत पैदावार में बढ़ोतरी के अलावा और भी कई फायदे ले रहे हैं। किसानों को इजराइल की गेहूं बुआई की मल्टी क्रॉप्स तकनीक बहुत पसंद आ रही है।

इस साल अक्टूबर तक इस तकनीक से हरियाणा के झज्जर,सोनीपत, करनाल, पानीपत, अम्बाला जिलों के लगभग 20 हजार किसानों द्वारा बुआई की गयी है। इस तकनीक के अनुसार किसान एक किलो 800 ग्राम गेंहूू का डीजी 09 किस्म के बीज की एक एकड़ में 14 इंच चौड़ाई के बैड पर रोपाई कर रहे हैं।

इस बीज की रोपाई के समय दुरी करीब 9 इंच रखी जाती है। और एक बीज से 200 से 350 फुटाव निकलते हैं। इस तरीके से गेंहूू की पैदावार मल्टी क्रॉप्स होने के बावजूद भी करीब किसान 100 मण प्रति एकड़ तक पैदावार ले रहे हैं। सोनीपत के भारतीय जैविक किसान सेवा केंद्र अध्यक्ष डॉ. दिलबाग गुलिया का कहना है कि किसान गेंहूू के साथ एक और फसल की खेती भी कर रहे हैं।

जैसे कि इसमें गन्ना प्रमुख है। अनुमान है कि 30 अक्टूबर तक मल्टी क्रॉप्स के किसानों का आंकड़ा करीब चार गुणा हो जाएगा है। इस साल गेहूं के साथ गन्ने की खेती करने वाले किसानों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। आपको बता दें कि हरियाणा के कई जिलों के किसान डीजी 09 किस्म के गेहू और डीजी 011 किस्म के गन्ने की बुवाई जैविक खाद के साथ कर रहे हैं।

साथ ही डाॅ. गुलिया ने कहा कि आगे किसान अच्छी पैदावार लेना चाहते हैं तो 20 अक्टूबर तक बुआई का समय उचित है। क्योकि इस समय दौरान बीजी गई गेंहूू की फसल से किसान करीब 100 मण की पैदावार ले सकते हैं। आपको बता दें कि गेंहूू के एक किलोग्राम बीज की कीमत 150 रुपए रखी गई है। और गन्ने की बात करें तो गन्ने के बीज की कीमत 550 रुपए प्रति क्विंटल है।

लेकिन मार्किट में ये बीज आसानी से उपलब्ध नहीं होते हैं। एक अनुमान के अनुसार अक्सर किसान एक एकड़ में गेहूं की करीब 40 से 60 किलोग्राम बीज डालते है। इसकी कीमत करीब 1200 रुपए से लेकर 1400 रुपए होती है। और गन्ने का बीज एक एकड़ में 35 से 40 क्विंटल डाला जाता है। लेकिन इसराइली तकनीक से गन्ने का सिर्फ 8 से 10 क्विंटल बीज रोपित करने की आवश्यकता है।

इस तकनीक से बीज की रोपाई करके किसान प्रति एकड़ 3 से 4 गुना बीज का खर्च कम कर सकते हैं। आपको बता दें कि पिछले साल गेंहूू के साथ गन्ने की खेती करने वाले किसानों की संख्या करीब 5 हजार थी ,जो कि इस साल बढ़ के करीब 20 हजार होने का अनुमान है। वहीं गेहूं के साथ अन्य फसल उगाने वाले किसान करीब 80 हजार होने की संभावना है।