आजकल ज्यादातर किसान अपने खेतों में धान और गेहूं की कटाई हार्वेस्टर से कराने लगे हैं | हार्वेस्टर से कटाई के कारण धान तथा गेहूं की बाली काटने के बाद शेष पौधा बच जाता है, जिसे बाद में आग लगा दी जाती है | आग लगाने से खेत की मिट्टी को नुकसान तो होता ही है साथ ही साथ किसानों को आर्थिक नुकसान भी होता है |
इसे जलाने से प्रदूषण फैलता है इसीलिए कुछ राज्यों में नरवाई जलने पर क़ानूनी रोक लगा दी गई है और सजा का प्रावधान है | आज हम आपको इस ऐसी जानकारी देंगे जिसकी मदद से आप अपनी नरवाई यानि पराली को सिर्फ 5 रूपये में खाद में बदल सकते हैं आपको इसके लिए मात्र 5 रूपये के 4 कैप्सूल की जरूरत पड़ेगी|
इसको पूसा द्वारा तैयार किया गया है इसलिए इस कैप्सूल का नाम पूसा अपघटन टीका रखा गया है | आपको बता दें कि ये अपघटन टीका एक तरह का डीकम्पोजर है , जिससे धान तथा गेंहू के पौधों के अवशेष का अपघटन कर खाद में तबदील किया जाता है | इस कैप्सूल से तयार होने वाली खाद पौधों के लिए बहुत फायदेमंद होती है, जिसके कारण आपको बहुत कम या बिलकुल भी यूरिया की जरूरत नहीं रहेगी|
ये बिलकुल उसी तरह काम करता है जैसे वेस्टडीकम्पोजर, लेकिन यह कैप्सूल के रूप में है जिसे आसानी से एक जगह से दुसरे जगह लेकर जाया जा सकता है | इसका मूल्य मात्र 5 रुपये है | इसे तैयार करने के लिए सबसे पहले 50 ग्राम गुड़ लें और उसे 5 लीटर पानी में मिलायें | अब इस मिश्रण को अच्छी तरह उबालें और उसके बाद इसके ऊपर से सारी गंदगी उतार कर फेंक दें |
फिर इस मिश्रण को एक चौकोर बर्तन जैसे ट्रे या टब में रख के ठंडा होने दें | मिश्रण के हल्का गुनगुना होने के बाद उसमें 50 ग्राम बेसन मिला दें | इसके बाद मिश्रण में 4 कैप्सूल को तोड़ कर लकड़ी से अच्छी तरह से मिला दें | अब ट्रे या टब को एक सामान्य तापमान पर रख दें और इसके ऊपर एक हल्का कपड़ा डाल दें| मिश्रण को ज्यादा हिलाएं नही और छायादार जगह पर रख दें |
आप देखेंगे कि 2 दिन के अन्दर इस्पे एक मलाई जमने लगेगी और उसके ऊपर अलग–अलग रंग के जाले दिखाई देंगे| 10 दिन बाद आपका कल्चर तैयार हो जायेगा, अब इस तैयार मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाकर एक टन कृषि अवशेष में प्रयोग करें | यदि आप गुड में कल्चर को अपस्केल यानी और ज्यादा करना चाहते हैं,
तो पुनःविकास के बाद आप 5 लीटर गुड को उबाल कर फिर से डाल सकते हैं और अच्छी तरह से मिलाकर और 7 दिनों तक विकास के लिए रख सकते हैं | अब कम्पोस्ट तैयार होने के बाद 100 किलोग्राम खाद में से 20 किलोग्राम कम्पोस्ट को ले और अगले 100 किलोग्राम कृषि अवशेष में मिलाएं और खाद तैयार करें | ऐसा तब तक करें जब तक आप पहली अवधि में कम्पोस्ट प्राप्त न करें |
अगर 90 दिन में आपका पहला क्म्पोष्ट तैयार होता है, तो कम्पोस्ट स्टार्टर को तब तक प्रयोग करें जब तक आप 90 दिनों में खाद तैयार करते रहते हैं , लेकिन अगर एक बार समय 100 – 120 दिनों में बदल जाता है तो कृपया ताजा कम्पोस्ट इनोकुलम बना कर डालें | ध्यान रखें कि 5 लीटर पानी में सिर्फ 4 कैप्सूल तोड़ें, इससे ज्यादा पर इसी अनुपात में कैप्सूल का प्रयोग करें |
1 टन कृषि अपशिष्ट के क्म्पोष्ट बनाने के लिए 5 लीटर
एक एकड़ धान क्षेत्र के लिए —– 10 लीटर
1 एकड़ गेंहू , मुंग आदि के लिए – 5 लीटर
एक बोतल से 30 दिन में 1 लाख मैट्रिक टन जैव अपशिष्ट को अपघटित करके खाद तैयार किया जा सकता है |