अब तक पुरे देश के 14.5 करोड़ किसान परिवारों में से 7,02,93,075 किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बन चूका है। लेकिन अभी भी बहुत से किसानों ने ये कार्ड नहीं बनवाया है जिसके कारण उन्हें साहूकारों से बहुत ज्यादा ब्याज पर कर्ज लेना पड़ रहा है। आपको बता दें कि अगर आपने अभी तक KCC नहीं बनवाया है तो ये इसे बनाने का सबसे बढ़िया मौका है।
क्योकि अब इसके नियम काफी आसान कर दिए गए हैं। जो भी किसान अब KCC के लिए अप्लाई करेगा तो बैंक को सिर्फ 15 दिन के अंदर उस किसान का क्रेडिट कार्ड जारी करना होगा। जैसे कि आप जानते ही होंगे कि किसानों की खुदकुशियां क़र्ज़ के बोझ के कारण ही होती हैं। इसीलिए सरकार चाहती है कि किसानों को साहूकारों से कर्ज न लेना पड़े।
इसलिए बैंकों को कहा गया है कि वे किसानों को KCC देने में ज्यादा देर न करें। बड़ी बात ये है कि अब से केसीसी के लिए सिर्फ तीन डॉक्यूमेंट ही लिए जाएंगे। जिसमें पहला यह कि जो व्यक्ति अप्लीकेशन दे रहा है वो किसान है या नहीं, इसके लिए बैंक उसके खेती के कागजात देखें और उसकी कॉपी लें।
दूसरा निवास प्रमाण पत्र और तीसरा आवेदक का शपथ पत्र कि उसका किसी और बैंक में लोन तो बकाया नहीं है। सरकार ने बैंकिंग एसोसिएशन से ये भी कहा है कि केसीसी आवेदन के लिए कोई प्रोसेसिंग फीस न ली जाए। साथ ही राज्य सरकारों और बैंकों को कहा गया है कि वो पंचायतों के सहयोग से गांवों में कैंप लगाकर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाएं।
आपको बता दें कि किसान क्रेडिट कार्ड पर पहले बिना गारंटी के सिर्फ 1 लाख रुपये का लोन मिलता था, लेकिन अब इस रकम को बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये कर दिया गया है। यही नहीं अब किसान क्रेडिट कार्ड सिर्फ खेती तक सीमित नहीं रहेगा। इसकी सुविधा पशुपालन और मछलीपालन के लिए भी उपलब्ध करवा दी गयी है।