गेहू की खेती करने वाले किसानों को इस बार घटा झेलना पड़ सकता है क्योकि इस साल गेहू के भाव में प्रति क्विंटल 110 रुपए की कमी आ सकती है। आपको बता दें कि भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने ये कहा है कि वो अब खुले बाजार में 110 रुपए क्विंटल कम भाव पर गेहूं बेचेगा। FCI का कहना है कि गोदामों में इस समय करीब 300 लाख टन से भी ज्यादा गेहूं पड़ा हुआ है।
साथ ही इस साल संभावना है कि देश में गेहूं की रिकॉर्ड पैदावार होगी। इसी के चलते अगले सीज़न के लिए FCI को गेहूं की खरीद के लिए अपना भंडार खाली करना पड़ेगा। बता दें कि केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा FCI को एक पत्र जारी करते हुए ओपन मार्केट सेल्स स्कीम के तहत घरेलू बाजार में गेहूं की ब्रिकी के लिए रिजर्व प्राइस में संशोधन किया है।
इसी लिए संशोधित दर के अनुसार, चालू विपणन साल 2019-20 की बची हुए अवधि के लिए गेहूं की FAQ क्वालिटी का रिजर्व प्राइस 2,135 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। हलाकि पहले गेहू का रिजर्व प्राइस चौथी तिमाही के लिए 2,245 रुपए प्रति क्विंटल था। अगर URS यानि अंडर रिलैक्स्ड स्पेशिफिकेशन कैटेगरी के गेहूं की बात करें तो इसका रिजर्व प्राइस 2,080 रुपए प्रति क्विंटल तय हुआ है।
लेकिन कमज़ोर क्वालिटी के गेहू वाली जगहों पर FCi द्वारा गेहूं को 2,080 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर बेचा जाएगा। साथ ही FCI रैक लोडिंग पर भी 26 रुपए प्रति कुंटल अलग से चार्ज करेगा। कारोबारी किरण कटकरे जो कि महाराष्ट्र से हैं उनका कहना है कि अभी भी देश के अलग अलग हिस्सों में सरकार द्वारा खुले बाजार में गेहूं की बिक्री का दाम बाजार भाव से ऊंचा रखा गया है।
साथ ही उन्होंने बताया 2,135 रुपए प्रति क्विंटल के इस भाव पर 170 रुपए ढुलाई पर खर्चा करने के बाद नासिक में कारोबारियों को FCi का गेहूं 2,305 रुपए प्रति क्विंटल पड़ेगा। हलाकि इस समय उत्तर प्रदेश से नासिक में करीब 2,270 रुपए प्रति क्विंटल के दाम पर गेहूं जा रहा है। आपको वता दें कि एक जनवरी, 2020 को FCi के पास करीब 3,27.96 लाख टन गेहूं का भंडार था, जो कि पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 56.75 लाख टन ज्यादा है।
खबरों के अनुसार PDS यानि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लाभार्थियों को सस्ते दाम पर खाद्यान्न मुहैया करवाने के लिए सरकार को तकरीबन 20 लाख टन गेहूं की जरूरत हर महीने होती है। लेकिन इस बार जनवरी, फरवरी और मार्च के बाद भी FCi के गोदामों में करीब 250 लाख टन से ज्यादा गेहूं का भंडार बचा रहेगा।