पहले से संघर्ष कर रहे किसानों को केंद्र सरकार ने रबी सीजन में गेहूं की बुवाई आरंभ होने के समय तगड़ा झटका दे दिया है। आपको बता दें कि सरकार ने DAP खाद के दाम में 50 रुपये प्रति बोरी की बढ़ोत्तरी कर दी है। कीमतों में बढ़ोतरी के बाद आप DAP के एक थैले की कीमत 1150 रुपए से बढ़कर 1200 रुपए हो गयी है। साथ ही ये भी संभावना जताई जा रही कि जल्द ही यूरिया के दाम भी बढ़ाए जा सकते हैं।
धान की कटाई लगभग हो चुकी है और गेहूं की बोवाई इसी माह से आरंभ होने को है। इस समय में डीएपी की मांग सबसे ज्यादा होती है लेकिन, अब किसानों को प्रति बोरी पचास रुपये ज्यादा देने होंगे। बता दें कई डीएपी पर अभी तक 480 रुपये प्रति मीट्रिक टन की मर्जिन मनी के साथ तीन सौ रुपये प्रति मीट्रिक टन के हिसाब से विशेष छूट दी जाती थी। लेकिन इसे 30 सिंतबर को खत्म कर दिया गया।
इस सब्सिडी के खत्म होने का किसानों पर सबसे ज्यादा बोझ पड़ेगा। साथ ही उर्वरकों के लिए आवश्यक कच्चा माल दूसरे देशों से आता था लेकिन आयत बंद होने के कारण यूरिया के दाम भी जल्द बढ़ सकते हैं। सरकार पहले भी खाद की बोरियों का वजन कम कर चुकी है।
इस बार किसानों को खाद खरीदने के लिए डिजिटल पेमेंट ही करनी होगी। इस सबंध में सभी खाद दुकानदारों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए दुकानदारों ने डिजिटल पेमेंट व्यवस्था भी तैयार कर ली है। हलाकि गांव में नेटवर्क न होने की वजह से इसमें दिक्कत आ सकती है। जिससे किसानों का इस व्यवस्था के साथ तालमेल बिठाना मुश्किल हो सकता है।