किसान कृषि कानून का विरोध कर रहे है ।विरोध करने के लिए 25-26 के दिल्ली कूच के एलान किया था लेकिन सरकार को ये मंजूर नहीं था। इस लिए सरकार ने पहरे में दिल्ली के साथ लगते ज़िले की सीमाएं सील करदी थी।
पुलिस समेत खुफिया विभाग भी किसान नेताओं की लाेकेशन ट्रेस करता रहा। इसके बाद भी के कई किसान नेता आखिरकार दिल्ली कूच करने में सफल रहे। वे लिंक रास्तों व बाइकों के सहारे दिल्ली पहुंचे। कई किसान नेताओं ने बुधवार सुबह 10 बजे ही सोशल मीडिया पर लाइव आकर खुद के दिल्ली पहुंचने की बात कही और दावा किया कि यमुनानगर से 400 किसान दिल्ली पहुंचे हैं।
इन किसानो के इलवा और भी बहुत सारे किसान दिल्ली पहुंच रहे है इनमे हरियाणा के साथ साथ पंजाब के किसान भी शामिल है पंजाब के किसानो को हरियाणा के बार्डर पर रोका जा रहा है लेकिन वो सभी मुश्किलों का सहमना करते हुए दिल्ली की तरफ चल रहे है ।
सुबह 10 बजे ही भाकियू से प्रदेश संगठन सचिव हरपाल सुढल, जिलाध्यक्ष संजू गुंदियाना व डायरेक्टर मंदीप सोशल मीडिया पर लाइव हुए और खुद के साथ यमुनानगर से 400 किसानों के दिल्ली पहुंचने का दावा किया।
कई जगह पुलिस मिली, लेकिन बाइक पर थे तो पुलिस पकड़ नहीं पाई। इसी तरह भारतीय किसान यूनियन मान गुट के लीगल एडवाइजर सुभाष गुर्जर का भी कहना है कि उनकी यूनियन से जुड़े सैकड़ों किसान वर्कर रैली में गए।पुलिस समेत खुफिया तंत्र किसानों के 25-26 के दिल्ली कूच के एलान पर तीन दिन से किसान नेताओं समेत संगठनों के सक्रिय किसानों की तलाश में थी।