देश के किसानों की स्थिति दिन ब दिन और भी खराब होती जा रही है और इस बार तो गेहूं की फसल बिकने से पहले ही किसानों के लिए एक बुरी खबर आ रही है जिससे किसानों को भारी नुकसान होने वाला है। जैसे कि आप जानते हैं कि इस बार मार्च के महीने में ही मई वाली गर्मी पड़ रही है और ज्यादातर शहरों का पारा 37 डिग्री पहुंच चुका है।
कई इलाकों में तो पारा 40 के पार भी जा रहा है और इसी के कारण इस बार गेहूं की फसल समय से पहले पकने की संभावना है। किसानों को खेतों में नमी कम होने के कारण गेहूं का दाना सिकुड़ने और उत्पादन कम होने की चिंता है। इसके साथ ही अधपका होने के कारण गेहूं का स्वाद और पौष्टिकता में भी कमी आ सकती है।
इसी वजह से किसान चिंता में हैं। कृषि माहिरों का भी यही कहना है कि इस बार समय से पहले इतनी ज्यादा गर्मी के कारण गेहूं का दाना सिकुड़ सकता है, फिलहाल इस तरह की कहीं से कोई भी सूचना नहीं मिली है। लेकिन अगर ऐसा हुआ तो जल्दी पकने और दाना पतला होने के कारण गेहूं वजन में कम होने से उत्पादन गिरेगा और किसानों को नुकसान होगा।
कृषि जानकारों का कहना है कि इन दिनों में आमतौर पर 30 डिग्री तक तापमान जाता है। जिसमें गेहूं का दाना सामान्य प्रक्रिया के तहत पकता है, लेकिन तापमान बढ़ने के कारण गेहूं का दाना अच्छी तरह नहीं फूलता और ना ही सही ढंग से पकता है। इस वजह से दाना काफी सख्त हो जाता है और स्वाद के साथ साथ पौष्टिकता में भी कमी आ सकती है।
ऐसे में खेतीबाड़ी माहिरों का कहना है कि इस बार तेज गर्मी से गेहूं की पैदावार 10 फीसदी तक कम रहने की संभावना है। अगर ऐसा होता है तो किसानों को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है और किसानों को अपनी लागत पूरी करना भी मुश्किल हो जाएगा।