मोदी सरकार देश के 14 करोड़ किसानों को बहुत बड़ी राहत देने जा रही है जिससे किसानों को बहुत फायदा होगा। आपको बता दें कि सरकार ने फर्टिलाइजर सब्सिडी बढ़ाने का फैसला किया है। पिछले कुछ समय से उर्वरकों के रॉ मैटीरियल काफी महंगे हो रहे हैं। जिसके चलते हाल ही में डीएपी की कीमतों को भी 150 रुपए बढ़ा दिया गया है।
इसके साथ ही यूरिया और दूसरे उर्वरकों के दाम में भी वृद्धि होने का पूरा अनुमान है। सरकार ऐसे में किसानों पर खाद की महंगाई का बोझ नहीं डालना चाहती। जानकारी के अनुसार कैबिनेट की बैठक में फर्टिलाइजर सब्सिडी बढ़ाने को मंजूरी भी दे दी गई है।
ऐसा करने के पीछे सरकार का मकसद है कि कच्चे माल रेट बढ़ने का बोझ किसानों पर न पड़े। इसी लिए सरकार सब्सिडी बढ़ाने जा रही है। बता दें कि 2020-21 में उर्वरक सब्सिडी बढ़कर 1.28 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी। इसके बाद कच्चा माल फिर से महंगा हुआ और सरकार ने इसी कारण फिर से सब्सिडी को बढ़ाने के निर्णय लिया है।
ताकि इसका असर किसानों पर ना पड़े। इसके चलते 2021-22 में यह सब्सिडी 1.4 से 1.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी। रसायन एवं उवर्रक मंत्री मनसुख मांडविया द्वारा कुछ दिन पहले राज्यसभा में कहा गया था कि सरकार किसानों को यूरिया के साथ साथ विभिन्न उर्वरक पूर्ण मात्रा और सही दाम पर देने का प्रयास कर रही है।
इसी के चलते सब्सिडी को भी बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया था कि कई देशों में यूरिया की कीमत लगभग चार हजार रुपये प्रति बोरी है, लेकिन भारत में इसका दाम 266 रुपये है। इसी तरह डीएपी पर सरकार प्रति बोरी 2650 रुपए की सब्सिडी दे रही है।