खेती में किसानो को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और इन्ही में से एक बड़ी समस्या है खेतों में खड़ी फसल पर आवारा जानवरों का हमला। नई तकनीकों के बाद अब खेती में पशुओं का रोल खत्म हो चुका है। जिसके कारण झुंड के झुंड में घूमते गाय-बैल, सूकर और नील गाय. खुले घूमते हैं और किसानों की फसलों को बर्बाद करते हैं।
बहुत से किसान इसका हल करने के लिए खेत के चारों तरफ तारबंदी करवाते हैं लेकिन बीघों में फैले खेत की तारबंदी कराना हर किसान के बस की बात नहीं होती है। क्योकि इस्पे काफी ज्यादा खर्चा आता है। लेकिन अब सरकार किसानों से इस समस्या से निजात दिलाने किए खेतों में ताड़बंदी कराने के लिए सब्सिडी योजना लेकर आई है।
लेकिन अब राजस्थान सरकार ने किसानों के लिए एक नई योजना पेश की है। जिसे राजस्थान तारबंदी योजना का नाम दिया गया है। राजस्थान का रहने वाला कोई भी किसान अगर इस योजना के तहत अपने खेत की तारबंदी करवाता है तो तारबंदी में होने वाले कुल खर्च का आधा हिस्सा राजस्थान सरकार देगी।
राजस्थान सरकार खेतों में 400 मीटर तक तारबंदी करवाने के लिए 40 हजार रुपये सब्सिडी दे रही है। इसी तरह लघू और सीमांत किसानों को कुल 48 हजार रुपये की सब्सिडी देती है। इस योजना का फायदा लेने के लिए किसानों के पास कम से कम 1.5 हैक्टेयर खेती योग्य ज़मीन होनी जरूरी है।
इस स्कीम का लाभ लेने के लिए किसानों के पास 6 माह से पूर्व की नवीनतम जमाबंदी, जिन खेतो में तारबंदी करवानी है उनका नक्शा, जनाधार कार्ड (इसमे बैंक खाता एवं कृषक श्रेणी लघु और सीमांत अपडेट होना अनिवार्य है) आधार कार्ड, एक रंगीन फ़ोटो होना जरूरी है। इस योजना के लिए किसान किसान राज किसान साथी पोर्टल पर विजिट कर इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस योजना के लिए लाभार्थी किसानों का चयन पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। किसानों के आवेदन करने के लिए योजना से सम्बंधित सहायक कृषि अधिकारी या कृषि पर्यवेक्षक द्वारा मौके पर कार्य का जाकर प्री – वेरिफिकेशन किया जाएगा। इसके बाद ही किसान को तारबंदी करवाने के लिए उनके खाते में सब्सिडी भेज दी जाएगी।